VS Astrology

सोलह मुखी रुद्राक्ष

सोलह मुखी रुद्राक्ष

सोलह मुखी रुद्राक्ष

सोलह मुखी रुद्राक्ष पर स्‍वयं भगवान महामत्‍युंजय शिव का आशीर्वाद है। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्‍यक्‍ति को संपन्‍नता, स्‍वास्‍थ्‍य, दीर्घायु और शांति मिलती है। यह रुद्राक्ष बुरी नजर और बुरी शक्‍तियों से भी बचाता है।

  • सोलह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक के ऊपर भगवान श्री राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है !
  • सोलह मुखी रुद्राक्ष की जिस घर में रोजाना पूजा होती हैं उस घर में आग लगने, चोरी, डकैती का भय नहीं रहता है । और वंहा सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती रहती हैं !
  • सोलह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से जातक सभी संसारिक सुख और शान्ति प्राप्त होती हैं !
  • सोलह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से कुष्ठ रोग, क्षय रोग और अन्य फेफड़ों के संक्रमण जैसे रोग धीरे धीरे दूर होने लगते हैं ।
  • सोलह मुखी रूद्राक्ष धारण करके माता छिन्नमस्ता महाविद्या की साधना करने से सिद्धि प्राप्त होती हैं !
  • सोलह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से जातक केतु ग्रह के अनिष्ट प्रभाव से बच सकता हैं !
  • सोलह मुखी रुद्राक्ष को मक्खन के साथ घिस कर सेवन करने से समस्त प्रकार के रोग शीघ्र ही समाप्त हो जाते है !
सोलह मुखी रुद्राक्ष

सोलह मुखी रुद्राक्ष

सोलह मुखी रुद्राक्ष पर स्‍वयं भगवान महामत्‍युंजय शिव का आशीर्वाद है। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्‍यक्‍ति को संपन्‍नता, स्‍वास्‍थ्‍य, दीर्घायु और शांति मिलती है। यह रुद्राक्ष बुरी नजर और बुरी शक्‍तियों से भी बचाता है।

  • सोलह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक के ऊपर भगवान श्री राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है !
  • सोलह मुखी रुद्राक्ष की जिस घर में रोजाना पूजा होती हैं उस घर में आग लगने, चोरी, डकैती का भय नहीं रहता है । और वंहा सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती रहती हैं !
  • सोलह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से जातक सभी संसारिक सुख और शान्ति प्राप्त होती हैं !
  • सोलह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से कुष्ठ रोग, क्षय रोग और अन्य फेफड़ों के संक्रमण जैसे रोग धीरे धीरे दूर होने लगते हैं ।
  • सोलह मुखी रूद्राक्ष धारण करके माता छिन्नमस्ता महाविद्या की साधना करने से सिद्धि प्राप्त होती हैं !
  • सोलह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से जातक केतु ग्रह के अनिष्ट प्रभाव से बच सकता हैं !
  • सोलह मुखी रुद्राक्ष को मक्खन के साथ घिस कर सेवन करने से समस्त प्रकार के रोग शीघ्र ही समाप्त हो जाते है !