पुखराज

पुखराज

पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न है |

  • पुखराज, धन-संपत्ति, शिक्षा, करियर, दांपत्य जीवन के लिए लाभकारी सिद्ध होता है |
  • किसी जातक की कुंडली में गुरु ग्रह नीच स्थिति में हो, तो भी पुखराज हीं धारण करना चाहिए।
  • पुखराज रत्न पर बृहस्पति ग्रह का आधिपत्य होता है और बृहस्पति ग्रह इंसान का कर्म ,ज्ञान, बुद्धि जैसे कारक का स्वामी होता है।
  • इसे धारण करने से व्यक्ति को शिक्षा, बुद्धि और व्यापार में लाभ प्राप्त होते हैं ,धन और समृद्धि एवं मान सम्मान प्राप्त होता है।
  • सीने का दर्द, श्वास रोग, गला रोग, वायु विकार, टीबी, हृदय रोग, जैसे समस्याओं से ग्रसित मरीजों के लिए पुखराज धारण करना लाभकारी साबित होता है।
  • पुखराज रत्न गर्मी उत्सर्जित करता है, जो भी पुखराज रत्न को धारण करता है उसे ऊर्जा मिलती है ।
किसी भी रत्न को पहनने से पहले डॉ. गौरव गीते सर से व्हाट्सअप नं. +91-8770515610 पर परामर्श अवश्य लें |

पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न है |

  • पुखराज, धन-संपत्ति, शिक्षा, करियर, दांपत्य जीवन के लिए लाभकारी सिद्ध होता है |
  • किसी जातक की कुंडली में गुरु ग्रह नीच स्थिति में हो, तो भी पुखराज हीं धारण करना चाहिए।
  • पुखराज रत्न पर बृहस्पति ग्रह का आधिपत्य होता है और बृहस्पति ग्रह इंसान का कर्म ,ज्ञान, बुद्धि जैसे कारक का स्वामी होता है।
  • इसे धारण करने से व्यक्ति को शिक्षा, बुद्धि और व्यापार में लाभ प्राप्त होते हैं ,धन और समृद्धि एवं मान सम्मान प्राप्त होता है।
  • सीने का दर्द, श्वास रोग, गला रोग, वायु विकार, टीबी, हृदय रोग, जैसे समस्याओं से ग्रसित मरीजों के लिए पुखराज धारण करना लाभकारी साबित होता है।
  • पुखराज रत्न गर्मी उत्सर्जित करता है, जो भी पुखराज रत्न को धारण करता है उसे ऊर्जा मिलती है ।

 

किसी भी रत्न को पहनने से पहले डॉ. गौरव गीते सर से व्हाट्सअप नं. +91-8770515610 पर परामर्श अवश्य लें |