ग्यारह मुखी रुद्राक्ष

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष

भगवान शिव का रुद्र रूप है ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष। ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष को शिखा में बांधना या गले में धारण करना चाहिए ।

  • ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने और नियमित इससे मंत्र का जाप करने से अश्‍वमेघ यज्ञ जितना फल प्राप्‍त होता है।
  • ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष से सबसे ज्‍याद व्‍यापारियों को लाभ मिलता है क्‍योंकि इससे आय के स्रोत खुलते हैं और व्‍यापार में वृद्धि होती है एवं नए अवसर प्राप्‍त होते हैं।
  • यदि आप अपना मनोबल बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष से लाभ होगा।
  • इस ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्‍यक्‍ति को राजनीति, कूटनीति और हर क्षेत्र में विजय हासिल होती है।
  • संतान प्राप्‍ति की इच्‍छा रखते हैं या पति की तबियत खराब रहती है तो ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

 

 

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष

भगवान शिव का रुद्र रूप है ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष। ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष को शिखा में बांधना या गले में धारण करना चाहिए ।

  • ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने और नियमित इससे मंत्र का जाप करने से अश्‍वमेघ यज्ञ जितना फल प्राप्‍त होता है।
  • ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष से सबसे ज्‍याद व्‍यापारियों को लाभ मिलता है क्‍योंकि इससे आय के स्रोत खुलते हैं और व्‍यापार में वृद्धि होती है एवं नए अवसर प्राप्‍त होते हैं।
  • यदि आप अपना मनोबल बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष से लाभ होगा।
  • इस ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्‍यक्‍ति को राजनीति, कूटनीति और हर क्षेत्र में विजय हासिल होती है।
  • संतान प्राप्‍ति की इच्‍छा रखते हैं या पति की तबियत खराब रहती है तो ग्‍यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।