अष्टमुखी रुद्राक्ष

अष्टमुखी रुद्राक्ष

अष्टमुखी रुद्राक्ष को गणेशजी का स्वरूप कहा गया है. इसे धारण करने से पाप और अन्य तरह के क्लेश दूर होते हैं.

  • अगर आपकी कुंडली में राहु की दशा के कारण परेशानियां उत्‍पन्‍न हो रही हैं तो आपको अष्टमुखी रूद्राक्ष धारण करने से लाभ होगा।
  • अष्टमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भय और अकाल मृत्‍यु का डर समाप्‍त हो जाता है।
  • ऐसा माना जाता है कि अष्टमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्‍यक्‍ति मृत्‍यु के पश्‍चात् भगवान शंकर के गणों में शामिल होता है।
  • अष्टमुखी रुद्राक्ष बुद्धि, ज्ञान, धन, यश और उच्च पद की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होता है।
  • अष्टमुखी रुद्राक्ष बाधाओं को दूर करने में मदद करता है और सभी दिशाओं में सफलता लाता है |
  • अष्टमुखी धारण करने से धारणकर्ता चरित्रवान, अच्छा स्वास्थ्य, अत्यधिक प्रसिद्धि, आत्मविश्वास में वृद्धि प्राप्त करता है
अष्टमुखी रुद्राक्ष

अष्टमुखी रुद्राक्ष

अष्टमुखी रुद्राक्ष को गणेशजी का स्वरूप कहा गया है. इसे धारण करने से पाप और अन्य तरह के क्लेश दूर होते हैं.

  • अगर आपकी कुंडली में राहु की दशा के कारण परेशानियां उत्‍पन्‍न हो रही हैं तो आपको अष्टमुखी रूद्राक्ष धारण करने से लाभ होगा।
  • अष्टमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भय और अकाल मृत्‍यु का डर समाप्‍त हो जाता है।
  • ऐसा माना जाता है कि अष्टमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्‍यक्‍ति मृत्‍यु के पश्‍चात् भगवान शंकर के गणों में शामिल होता है।
  • अष्टमुखी रुद्राक्ष बुद्धि, ज्ञान, धन, यश और उच्च पद की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होता है।
  • अष्टमुखी रुद्राक्ष बाधाओं को दूर करने में मदद करता है और सभी दिशाओं में सफलता लाता है |
  • अष्टमुखी धारण करने से धारणकर्ता चरित्रवान, अच्छा स्वास्थ्य, अत्यधिक प्रसिद्धि, आत्मविश्वास में वृद्धि प्राप्त करता है