अठारह मुखी रुद्राक्ष

अठारह मुखी रुद्राक्ष

अठारह मुखी रुद्राक्ष माँ पृथ्वी और शिव के भैरव रूप का स्वरुप है । अठारह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से जातक स्वस्थ्य रहकर सुखी जीवन व्यतीत करता है ।

  • अठारह मुखी रुद्राक्ष लौह अयस्क, रियल एस्टेट व्यवसाय, निर्माण, खनन, जवाहरात, बिल्डरों, आर्किटेक्ट, संपत्ति डीलरों, ठेकेदारों, आर्किटेक्ट, किसानों आदि कार्यरत जातकों को धारण करना चाहिए !
  • अठारह मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से सभी प्रकार के मान सम्मान, सफलता और प्रसिद्धि और ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचाव होता हैं ।
  • अठारह मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से जातक को मधुमेह और लकवा जैसे रोग धीरे धीरे समाप्त होने लगते हैं !
  • गर्भवती महिलाओं को अठारह मुखी रुद्राक्ष को शहद के साथ घिसकर सेवन कराने से भाग्यशाली संतान प्राप्त होती है !
  • गर्भवती महिलाओं को अठारह मुखी रूद्राक्ष धारण कराने पर गर्भ में पल रहे शिशु की रक्षा होती है ! उसका शारीरिक क्षमता का विकास होता है ! शिशु का स्नायु तंत्र मंजबूत होता हैं !

 

सत्रह मुखी रुद्राक्ष

अठारह मुखी रुद्राक्ष

अठारह मुखी रुद्राक्ष माँ पृथ्वी और शिव के भैरव रूप का स्वरुप है । अठारह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से जातक स्वस्थ्य रहकर सुखी जीवन व्यतीत करता है ।

  • अठारह मुखी रुद्राक्ष लौह अयस्क, रियल एस्टेट व्यवसाय, निर्माण, खनन, जवाहरात, बिल्डरों, आर्किटेक्ट, संपत्ति डीलरों, ठेकेदारों, आर्किटेक्ट, किसानों आदि कार्यरत जातकों को धारण करना चाहिए !
  • अठारह मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से सभी प्रकार के मान सम्मान, सफलता और प्रसिद्धि और ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचाव होता हैं ।
  • अठारह मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से जातक को मधुमेह और लकवा जैसे रोग धीरे धीरे समाप्त होने लगते हैं !
  • गर्भवती महिलाओं को अठारह मुखी रुद्राक्ष को शहद के साथ घिसकर सेवन कराने से भाग्यशाली संतान प्राप्त होती है !
  • गर्भवती महिलाओं को अठारह मुखी रूद्राक्ष धारण कराने पर गर्भ में पल रहे शिशु की रक्षा होती है ! उसका शारीरिक क्षमता का विकास होता है ! शिशु का स्नायु तंत्र मंजबूत होता हैं !