लहसुनिया

लहसुनिया

लहसुनिया रत्न कुंडली में केतु को मजबूत करने के लिए होता है ।
  • अगर किसी जातक की कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर है, तो वह इस रत्न को धारण कर सकता है।
  • अगर किसी जातक की कुंडली में केतु भाग्येश या फिर पांचवें भाव में है, तो लहसुनिया रत्न पहनने से लाभ मिलेगा |
  • अगर किसी जातक को लगातार बिजनेस में घाटा हो रहा है, तो ज्योतिषी की सलाह लेकर लहसुनिया रत्न धारण किया जा सकता है |
  • इस रत्न को पहनने से व्यापार, नौकरी में भी काफी लाभ मिलता है ।

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किसी भी रत्न को पहनने से पहले डॉ. गौरव गीते सर से व्हाट्सअप नं. +91-8770515610 पर परामर्श अवश्य लें |

लहसुनिया रत्न कुंडली में केतु को मजबूत करने के लिए होता है ।

  • अगर किसी जातक की कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर है, तो वह इस रत्न को धारण कर सकता है।
  • अगर किसी जातक की कुंडली में केतु भाग्येश या फिर पांचवें भाव में है, तो लहसुनिया रत्न पहनने से लाभ मिलेगा |
  • अगर किसी जातक को लगातार बिजनेस में घाटा हो रहा है, तो ज्योतिषी की सलाह लेकर लहसुनिया रत्न धारण किया जा सकता है |
  • इस रत्न को पहनने से व्यापार, नौकरी में भी काफी लाभ मिलता है ।

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किसी भी रत्न को पहनने से पहले डॉ. गौरव गीते सर से व्हाट्सअप नं. +91-8770515610 पर परामर्श अवश्य लें |