पंद्रह मुखी रुद्राक्ष

पंद्रह मुखी रुद्राक्ष

पंद्रह मुखी रुद्राक्ष को पशुपतिनाथ का स्वरूप माना जाता है । पंद्रह मुखी रुद्राक्ष पन्द्रह तिथियों से संबंधित है । पंद्रह मुखी रूद्राक्ष विशेष रूप से आर्थिक दृष्टि से उन्नति करने में विशेष सहायक है ।

  • लौह और रसायन के व्यापार करने वाले जातकों को पंद्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है ।
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य, धन, शक्ति, ऊर्जा, समृद्धि, आत्मा के उन्नयन और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से त्वचा के रोग को दूर होने लगते हैं !
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष पौरूष शक्ति को बढा़ने में लाभदायक होता है ।
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से जातक के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष प्राप्त होता है ।
  • पंद्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से राहु ग्रह के अनिष्ट प्रभाव समाप्त हो जाते है !

 

 

पंद्रह मुखी रुद्राक्ष

पंद्रह मुखी रुद्राक्ष

पंद्रह मुखी रुद्राक्ष को पशुपतिनाथ का स्वरूप माना जाता है । पंद्रह मुखी रुद्राक्ष पन्द्रह तिथियों से संबंधित है । पंद्रह मुखी रूद्राक्ष विशेष रूप से आर्थिक दृष्टि से उन्नति करने में विशेष सहायक है ।

  • लौह और रसायन के व्यापार करने वाले जातकों को पंद्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है ।
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य, धन, शक्ति, ऊर्जा, समृद्धि, आत्मा के उन्नयन और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष धारण करने से त्वचा के रोग को दूर होने लगते हैं !
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष पौरूष शक्ति को बढा़ने में लाभदायक होता है ।
  • पंद्रह मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से जातक के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष प्राप्त होता है ।
  • पंद्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से राहु ग्रह के अनिष्ट प्रभाव समाप्त हो जाते है !